जेके लाेन के लिए बजट ही नहीं मिला, तो काम कैसे कराएंगे: पीडब्ल्यूडी

 काेटा में मासूम बच्चाें की माैत के बाद सरकार के भीतर घमासान जारी है। रविवार काे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा की अाेर से अस्पताल में मरम्मत कार्यों को लेकर पीडब्ल्यूडी द्वारा जिम्मेदारी लेने के बयान के बाद सोमवार को पीडब्ल्यूडी की अाेर से पलटवार किया गया है। विभाग की अाेर से रिलीज जारी करके अस्पताल में काम कराने के लिए बजट काे लेकर सीधे ताैर पर चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग काे जिम्मेदार ठहराया गया। 



पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता प्रोजेक्ट खंड (भवन) वीरेंद्र कुमार पोरवाल की अाेर से जारी रिलीज जारी उल्लेख किया गया है कि जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में रिनोवेशन या मेंटीनेंस का कार्य चिकित्सा शिक्षा विभाग से बजट उपलब्ध होने के बाद ही किया जाता है। चिकित्सालय के अनुरोध पर 23 जुलाई 2019 को रिनोवेशन, मेंटीनेंस के लिए 10 लाख रुपए का एस्टीमेट बनाकर भेजा था, जिसकी स्वीकृति चिकित्सा शिक्षा विभाग की अाेर से एक जनवरी 2020 को प्राप्त हुई है। इस बजट की टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस वित्त वर्ष में 30 दिसंबर 2019 तक चिकित्सालय की मरम्मत के लिए विभाग को कोई बजट उपलब्ध नहीं कराया गया। 



31 दिसंबर को 99 हजार 500 रुपए दरवाजे एवं खिड़कियों की मरम्मत के लिए उपलब्ध कराई गई, जिसका काम अस्पताल में चल रहा है। गाैरतलब है रघु शर्मा ने टूटे दरवाजे अाैर खिड़कियों के लिए पीडब्ल्यूडी काे जिम्मेदार ठहराया था। इससे पहले काेटा पहुंचकर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने माैत के लिए जिम्मेदारी लेनी की बात कही थी, जिसकाे लेकर सियासी बवाल मचा हुअा था।Image result for jk lon hospital kota